Kerala governor has lost his mental stability CPI(M)

तिरुवनंतपुरम ,08 नवंबर (एजेंसी)। माकपा ने केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खेमे में लड़ाई लडऩे का फैसला करने के साथ ही पार्टी ने मंगलवार को ‘सेव एजुकेशन कलेक्टिव’ के तहत लिखे पर्चे बांटे, जिसमें राज्यपाल को फटकार लगाई और उनकी मानसिक स्थिरता पर उंगली उठाई। पर्चे में लिखा गया कि खान को राज्यपाल के अधिकारों, जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वह संघ परिवार की ताकतों का सिर्फ एक उपकरण है।

इस बात की पुष्टि करते हुए कि माकपा ने चौतरफा हमले की घोषणा की है, राज्य के पार्टी सचिव एम.वी. गोविंदन ने कहा कि आगे बढऩे का एकमात्र तरीका लोगों को काम करने के असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक शैली के खिलाफ लाना है।
गोविंदन ने कहा, उन्होंने (राज्यपाल) अपनी मानसिक स्थिरता खो दी है। 15 नवंबर को, हम ऐसा विरोध प्रदर्शन करेंगे, जो पहले कभी नहीं देखा गया होगा। एक लाख लोग राज्यपाल के आधिकारिक आवास के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा राज्य के अन्य सभी जिलों में विरोध भी होगा।

उन्होंने कहा, हमने पहले ही कहा है और घोषणा की है कि हम चीजों को व्यवस्थित करने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे और हम राज्यपाल को उनकी इच्छा के अनुसार कार्य करने की अनुमति नहीं देंगे।

जिस बात ने माकपा को सबसे ज्यादा आहत किया है, वह यह है कि खान ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को निशाने पर लिया, जिन्हें व्यापक रूप से एक मजबूत राजनेता के रूप में माना जाता है।

खान ने विजयन पर निशाना साधा क्योंकि वह उस घटना से अवगत हैं जो कई साल पहले हुई थी, जब एक युवा आईपीएस अधिकारी ने सीपीआई (एम) के विरोध के बीच अपनी पिस्तौल निकाली और विजयन की ओर इशारा किया। विजयन घटनास्थल से गायब हो गए और फिर कपड़े बदल कर वापस लौटे।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *