नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)।दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि वेतन, भत्ते, एरियर, सेवानिवृति के लाभ और स्थायी करने की मांग के लिए निगम सफाई कर्मचारियों का हड़ताल पर जाना कोई नई परम्परा नही है क्योंकि भाजपा और आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में निगम कर्मचारियों के हितों और अधिकारों की हमेशा अनदेखी हुई है।
एक महीने का लम्बित वेतन, 3 वर्षों का बोनस, सेवानिवृत कर्मचारियों के पेंडिग लाभ और 20-25 वर्षों से काम करने कच्चे कर्मचारियों को नियमित की मांग को लेकर निगम के 15000 सफाई कर्मचारी दो दिनों से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। उन्होंने कहा कि 15 वर्षों का निगम में भाजपा शासन और 8 वर्षों से केजरीवाल सरकार निगम सफाई कर्मचारियों के अधिकारों को नजरअंदाज करती रही हैं।
अनिल कुमार ने कहा कि सफाई कर्मचारियों का कहना कि हमारी मांगे पूरी नही होने तक हड़ताल खत्म नही होगी, भाजपा और आम आदमी पार्टी की प्रशासनिक व्यवस्था की विफलताओं को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि लगातार दिनों से चल रही सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से दिल्ली में कूड़े के ढेर फिर लगने शुरु हो गए है, मौसम बदलाव में कूड़े और गंदगी के अम्बारों से हालात बिगड़ने का खतरा है जिसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल सहित उपराज्यपाल को तुरंत इस संदर्भ में सफाई कर्मचारियों की मांगों पर संज्ञान लेना चाहिए।
अनिल कुमार ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले ही दिल्ली पिछड़े पायदान पर है और सफाई कर्मियों की हड़ताल से दिल्ली में सफाई व्यवस्था बदहाल हो जाएगी। भाजपा और केजरीवाल सरकार की असंवेदनशीलता के चलते हर जगह कूड़े और गंदगी के ढ़ेरो से त्यौहारो सीजन में दिल्लीवासी गंदगी में रहने को मजबूर है, जबकि डलावघरों और काम्पेक्टरों से कूड़ा हटाने का काम भी बाधित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि डेंगू और मलेरिया सहित जल जनित बीमारियां दिल्ली में कूड़े और गंदगी के ढ़ेर लगने के साथ महामारी का रूप ले सकती है, अगर राजधानी में हर जगह कचरा और गंदगी होगी तो कई अन्य बीमारियां भी फैल सकती हैं। अनिल कुमार ने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार द्वारा निगम को पर्याप्त आर्थिक फंड मुहैया नही कराने के कारण दिल्ली नगर निगम दिवालिया की कगार पर पहुच गया जिसके कारण समय पर कर्मचारियां के वेतन और भत्ते नही दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिवाली के साथ अन्य त्यौहार के सीजन में निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन, एरियर और बोनस इत्यादि मांगों को पूरा करने के लिए केन्द्र सरकार निगम को तुरंत आर्थिक मदद दे ताकि सफाई कर्मचारी जल्द हड़ताल जल्द कर दें, क्यांकि सफाई कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से राजधानी कूड़े का ढेर बन रही है।
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