IT's big action on political funding Red in Mumbai, slums also on radar

मुंबई 08 Sep. (Rns/FJ) : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के सायन और बोरिवली इलाकों में आयकर विभाग की छापेमारी शुरू है। करोड़ों रुपए की पॉलिटिकल फंडिंग और हेराफेरी के मामले में आईटी विभाग की छापेमारी शुरू है। खास बात यह है कि सायन इलाके में एक झोपड़पट्टी पर भी रेड हुई है। इनके अलावा महाराष्ट्र के ही औरंगाबाद में भी लगातार दूसरे दिन छापेमारी शुरू है। मिड डे मील डिलिवरी करने वाले व्यापारी सतीश व्यास नाम के घर, कार्यालय और होटल पर छापेमारी की जा रही है। चार ठिकानों में करीब 56 अधिकारी मिलकर छापेमारी कर रहे हैं।

राजस्थान के स्कूलों में मिड डे मील से जुड़े स्कैम का लिंक अब महाराष्ट्र के औरंगाबाद से भी जुड़ा हुआ सामने आ रहा है। कल से अब तक इनकम टैक्स विभाग ने देश के 110 स्थानों में छापेमारियां की हैं। यानी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पूरी तरह से ऐक्शन मोड में दिखाई दे रहा है। औरंगाबाद के व्यापारी सतीश व्यास को राजस्थान के स्कूलों में मिड डे मील सप्लाई करने का कॉन्ट्रैक्ट मिला हुआ है। उन्हें राजस्थान के अनाज घोटाले से संबंधित माना जा रहा है।

आयकर विभाग को जानकारी मिली थी कि पॉलिटिकल फंडिंग के बहाने टैक्स चोरी और पैसों की हेराफेरी शुरू है। इसीलिए मुंबई के अलग-अलग ठिकानों पर आज सुबह से छापेमारियां शुरू हुईं। मुंबई के सायन इलाके में झोपड़पट्टी में छापेमारी किए जाने की खबर ने सबका ध्यान खींचा है। दरअसल झोपड़पट्टी में स्थित यह एक पॉलिटिकल पार्टी का ऑफिस है। बता दें कि यह पॉलिटिकल पार्टी रजिस्टर्ड तो है लेकिन इसे चुनाव आयोग की मान्यता नहीं है।

सिर्फ 100 स्क्वायर फुट की झोपड़ी में यह पॉलिटिकल पार्टी का कार्यालय है। बैंक रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले दो सालों में यहां 100 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। यानी यहां पर पॉलिटिकल फंडिंग के बहाने बड़ी हेराफेरी शुरू थी।

राजस्थान के मिड डे मील घोटाले का मामला देश के कई ठिकानों से जुड़ा हुआ पाया जा रहा है। औरंगाबाद के सतीश व्यास के घर से आयकर विभाग के अधिकारियों को कई अहम दस्तावेज मिलने की बात सामने आ रही है। कल मिड डे मील घोटाले को लेकर जयपुर में भी 53 ठिकानों पर रेड हुई थी। जयपुर में बड़े कारोबारियों के ठिकानों पर रेड हुई जिसके लिए 300 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को साथ ले जाया गया था। कल हुई इस रेड में सीआरपीएफ के जवानों को भी सुरक्षा के लिए साथ रखा गया था।

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