100-year-old four-storey building collapses in MumbaiA G+4 stories dilapidated, vacant building crashed in Saibaba Nagar, Borivali West, here on Friday. Details of casualties not known yet

*4-5 लोगों के दबे होने की आशंका*

मुंबई 19 Aug. (Rns/FJ): बीएमसी आपदा नियंत्रण ने शुक्रवार को बताया कि बोरीवली पश्चिम उपनगर के साईंबाबा नगर इलाके में दोपहर करीब 12.30 बजे 100 साल पुरानी एक चार मंजिला इमारत गिर गई। बीएमसी के अनुसार, ग्राउंड-प्लस-फोर फ्लोर गीतांजलि बिल्डिंग को जर्जर घोषित कर दिया गया था और उसे खाली कर दिया गया था। हालांकि, घटना में 4-5 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।

यह घटना उस समय हुई जब आसपास के इलाकों में दही-हांडी का जश्न जोरों पर था और बचावकर्मी यह पता लगाने के लिए जांच कर रहे थे कि कहीं कोई व्यक्ति घायल तो नहीं हुआ या वहां फंसा तो नहीं। मुंबई फायर ब्रिगेड ने मौके पर दमकल की 10 गाड़ियां, तीन एंबुलेंस भेजीं और अन्य टीमों को भी राहत और बचाव कार्य के लिए भेजा गया है।

बता दें, बॉम्बे हाई कोर्ट ने हाल ही में बीएमसी को दक्षिणी मुंबई में 100 साल पुरानी जर्जर इमारत को गिराने की मंजूरी दी थी और इसमें रहने वालों को परिसर खाली करने का निर्देश दिया गया। जस्टिस आर डी धानुका और जस्टिस कमल खाता की पीठ ने बीएमसी तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) के फैसले को बरकरार रखा कि इमारत जर्जर और खतरनाक स्थिति में है और इसे तोड़ा जाना है।

**************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *